पशुओं के महामुकाबले के नतीजे आए सामने..... किसने किसको छोड़ा पीछे?????

भिवानी पशु मेला:-चरखी दादरी को घोड़े ने और करनाल को गाय ने दिलाया सम्मान>>>

 जैसा की आप सब जानते है की भिवानी में पशु मेला जारी है। जहा भारी मात्रा में पशुपालक अपने अपने पशुओं के साथ पहुंचे हैं। पशुओं की प्रतियोगिताएं भी करवाई जा रही हैं। 26 फरवरी शनिवार को हुई प्रतियोगिता में सभी पशुओं का जलवा सरहानीय था लेकिन पहले स्थान पर तो एक ही आ सकता है। 


घोड़ों की बात की जाए तो....... 

(दो से चार दाँत अश्व श्रेणी)

प्रथम स्थान मिला>>

घोड़ों की प्रतियोगिता में दादरी के गांव करिरूपा के महंत के घोड़े ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 

द्वित्य स्थान मिला>> 

घोड़ों की ही प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाला घोड़ा चरखी दादरी के गांव असावरी के प्रदुमन का रहा। 

तृत्य स्थान मिला>> 

बालसमंद जिला हिसार के निवासी पवन के घोड़े ने तीसरा स्थान अपने नाम किया।    

गायों की बात की जाए तो.......


(हरियाणा श्रेणी)

प्रथम स्थान मिला>> 

करनाल जिले के दादूपुर खुर्द गांव के निवासी सतबीर सिंह की साहीवाल नस्ल की गाय ने प्रथम स्थान अपने नाम कर लिया। 

द्वित्य स्थान मिला>>

गांव तरावड़ी जिला करनाल के निवासी अनुज कुमार की गाय द्वित्य स्थान अपने नाम करने में सफल रही।

तृत्य स्थान मिला>>

अनुज के ही गांव तरावड़ी निवासी नवदीप की गाय ने अपने आप को तृत्य स्थान के काबिल बनाया। 

(हरियाणा नस्ल की दुधारू गाय श्रेणी)

प्रथम स्थान मिला>>

सतबीर की गाय रही प्रथम स्थान पर जो झज्जर की खरमाण गांव से है। 

द्वित्य स्थान मिला>>

दूसरा स्थान अपने नाम कराने वाली गाय गांव दादूपुर जिला करनाल के निवासी राजबीर की है 

तृत्य स्थान मिला>>

अखेड़ी मदनपुर जिला झज्जर की गाय पार्टियोगीता में तृत्य स्थान अपने नाम करने में सफल रही। 

(साहीवाल गाय दो से चार दांत श्रेणी) 

प्रथम स्थान मिला>>

झज्जर जिले के निवासी अशोक की गाय ने यह स्थान अपने नाम किया। 

द्वित्य स्थान मिला>>

द्वित्य स्थान का ख़िताब जीता है बादली निवासी कुलबीर की गाय ने। 

तृत्य स्थान मिला>>

युवराज खुराना जो रोहतक के निवासी है, इनकी गाय ने यह स्थान प्राप्त किया। 

(साहीवाल गाय शुष्क श्रेणी)  

प्रथम स्थान मिला>>

गांव दादूपुर खुर्द जिला करनाल के निवासी वासुदेव की गाय ने यह स्थान प्राप्त किया। 

द्वित्य स्थान मिला>>

जित्तेन्द्र सिंह गिल्लांखेड़ी निवासी की गाय ने यह स्थान अपने नाम किया। 

तृत्य स्थान मिला>>

तृत्य स्थान को हासिल करने वाली गाय तरावड़ी से आई है।

(संकर नस्ल की दुधारू गाय)

प्रथम स्थान>>

महेंद्रगढ़ के गांव गुढ़ा निवासी नीतू की गाय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 

द्वित्य स्थान>> 

दादूपुर खुर्द गांव जिला करनाल के निवासी सतबीर की गाय ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। 

तृत्य स्थान>> 

महेंद्रगढ़ के गांव गुढ़ा निवासी नीतू की गाय ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।  

नर भैस की बात की जाए तो......


(हरियाणा नस्ल के प्रजनन योग्य झोटे की श्रेणी)

प्रथम स्थान मिला>> 

पानीपत निवासी नरेंद्र के झोटे  ने पहला स्थान प्राप्त  किया।

द्वित्य स्थान मिला>> 

कृष्ण कुमार जो मोखरा निवासी हैं उनके झोटे ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 

तीसरी श्रेणी यहाँ खाली रही 

(प्रजनन योग्य सांड श्रेणी)

प्रथम स्थान मिला>> 

तरावड़ी से आए नवदीप के सांड ने यह ख़िताब अपने नाम किया। 

द्वित्य स्थान मिला>>

गांव डिडवानी जिला पानीपत के निवासी नरेंद्र के सांड ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। 

तृत्य स्थान मिला>>

गांव कन्हेली जिला रोहतक के निवासी युवराज खुराना के सांड ने यह ख़िताब अपने नाम किया। 

मादा भैंस की बात की जाए तो......... 


(मुर्राह झोटी दो से चार दांत श्रेणी) 

प्रथम स्थान>>

जिला महेन्दरगढ़ गांव जैनावास के निवासी वीरेंद्र कुमार की झोटी रही प्रथम। 

द्वित्य स्थान>>

गांव सुनारिया कला जिला रोहतक के निवासी राजकरण की झोटी ने दूसरा स्थान अपने नाम किया।

तृत्य स्थान>>

तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली झोटी अपने मालिक राजेश कुमार के साथ गांव श्यामसुख जिला हिसार से है। 

गधों की बात की जाए तो......  


(गधा श्रेणी)

प्रथम स्थान>> 

गांव रसूलपुर जिला करनाल के निवासी मोहमद हसन का गधा प्रथम स्थान पर रहा। 

द्वित्य स्थान>>

गांव तिगड़ाना जिला भिवानी के निवासी अमरदास का गधा द्वित्य स्थान प्राप्त करने में कामयाब रहा।    

तृत्य स्थान>>

गांव जैनपुर सधान जिला करनाल के निवासी असन महोम्मद का गधा तीसरे स्थान पर रहा। 

(गधी श्रेणी) 

द्वित्य स्थान>>

गांव जैनपुर सधान जिला करनाल के निवासी रजवान की गधी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। 

तृत्य श्रेणी>>

 गांव जैनपुर सधान जिला करनाल के निवासी रजवान अली की गधी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।   





 







  



  


हरियाणा का मुर्रा और ताऊ का तुर्रा बिखेर रहें है अपनी पहचान.........

आज भिवानी में हरियाणा का मुर्रा और ताऊ का तुर्रा दिखा रहा है अपना जलवा 


इसमें कोई शक्क नहीं की हरियाणा की शान की अगर बात की जाए तो मुर्रा नस्ल के पशु और ताऊ के तुर्रे को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। जब इनकी कही बात चलती है तो हरियाणवी संस्कृति की एक अलग ही पहचान बन जाती है। कुछ ऐसा ही मंजर देखने को मिला भिवानी के पशु मेले में जहा हरयाणवी संस्कृति अनेको तरीकों से सहेजी जा रही है। 

भिवानी में होने वाले तीन दिवसीय पशु मेले का आज पहला दिन है और वहाँ की शान देखते  ही बनती है। इस मेले का सुभारंभ किया गया है हरियाणा के राजयपाल बंडारू दत्तात्रेय के द्वारा। जो आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भी हैं। इस मेले में प्रदेश के हर कोने से किसान भाई और पशुपालक अपने अपने पशुओं के साथ पहुंच चुके हैं। सभी में चाहे वो जवान हो या बूढ़े, बड़े हो या बच्चे एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। 

अनेक पशु अपने जलवे आज रैंप पर बिखेरेंगे जिनमें 31 लाख के बिक चुके सम्राट का बेटा सरताज और 4 साल का अमित साह भी मौजूद है। प्रदेश में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना जलवा दिखा चुके सभी दिगज्जो का मुकाबला देखने को मिलेगा। 

नश्लें और पशु.........


मेले में आने वाली नस्लों और पशुओं में मुर्रा नस्ल की भैस, मुर्रा का झोटा, साहीवाल, थारपार और हरियाणा नस्ल की गाय और सांड के आलावा थ्रेरोबेरड नस्ल के घोड़े और धोड़ी शामिल हैं। घोड़ी रानी और उसकी बेटी टम्मो ने भी आने वालो का ध्यान अपनी और खींचा है। हरियाणा पुलिस के खेलो में अपने प्रदर्शन को साबित कर चुकी मस्टेंग घोड़ी भी आपको देखने को मिलेगी। 

कांटे की टक्कर देने वाले........


5 वर्षीय मुर्रा झोटा सूर्या>>
मालिक सुमेश कुमार तालु के अनुसार सूर्या का पिता सम्राट 31 लाख में बिक चूका है, सूर्या तीन बार इंडियन चैम्पियन रह चूका है, इसके साथ ही बताया की सूर्या की माँ ने 26 किल्लो दूध का रिकॉर्ड तोड़ रखा है। सूर्या के पिता के बारे में आगे बताते हुए सुमेश ने कहा की वह सात बार इंडियन चैम्पियन रह चूका है। 

मुर्रा नस्ली झोटा अर्जुन>>
डोभा गांव के रविंद्र ने बताया की अर्जुन की रोजाना 12 किल्लो खुराक है, और खुराक की पूर्ति के लिए कुल खर्चा ढाई से तीन हज़ार है। उन्होंने बताया की यह रोजाना 10 किलो दूध भी पिता है। अर्जुन की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहते हैं की यह हरियाणा और पंजाब में हुई प्रतियोगिताओं में नेशनल चैम्पियन है। 

4 वर्षीय मुर्रा झोटा अमित शाह>>
सुरपुरा खुर्द का निवासी संदीप बताते हैं की अमित शाह को वह पैदा होते ही कुछ महीने बाद सवा लाख में खरीदकर लाए थे। बटाला पंजाब में यह आल इंडिया चैम्पियन ख़िताब अपने नाम कर चूका है। उन्होंने बताया की अभी कुरुक्षेत्र में लगे मेले में भी यह दूसरे नंबर पर था। 
 
इनके साथ मुर्रा नस्ल का सुल्तान सिर्फ 12 महीने का है, झोटा राजा , मुर्रा का 13 माह का योगी ढाणी रामजस से, मुर्रा झोटा रूद्र 28 महीने का, तीन साल की मुर्रा झोटी शांति पहली ब्यात में पौने 21 किलो दूध दे चुकी है, जिसकी हर रोज की खुराक दस किलो है। 

वुल बादशाह और बाहुबली भी दिखाएंगे अपना जलवा......... 

रोहतक से लेकर आए देशवाल डेयरी फार्म के शाहीवाल वुल बादशाह और बाहुबली के मालिक दलबीर ने बताया की बाहुबली आठ साल का है जो 15 क्विंटल वजनी है। इनकी उपलब्धिया भी कम नहीं हैं, अगर बात करें तो बता दे की झज्जर में 2018 में रनर अप रिंग चैम्पियन और ब्रीड चैम्पियन रह चूका है। इसकी कीमत लगभग 50 लाख आंकी जा  चुकी है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से सीमेन के लिए किया जाता है। इसकी बछड़ी 18 से 20 किलो दूध दे रही है। 

"राठी नस्ल की ओम और शिवा और साहीवाल के शंकर और संभु के आलावा थारपार का भोला भी मेले में आए हैं"- खाराखेड़ी फतेहाबाद के सचिदानंद गिरी महाराज के द्वारा
        

घोड़े और घोड़ियों का जलवा........


मेले में आठ साल की घोड़ी और नौ साल का घोडा भी अपने मालिक नृपेश महलावत (गुरुग्राम) के साथ आए है। जिसमे घोड़ी का नाम मस्टेंग और घोड़े का नाम नोवा है। ये दोनों थ्रेरोब्रेड नस्ल के बहोत तेज तरार दौड़ने वाले घोड़े हैं। इनकी उपलब्धि अगर देखि जाए तो इन्होने जयपुर और दिल्ली में नेशनल चैंपियन का ख़िताब अपने नाम कर रखा है। घोड़ी मस्टेंग ने हरियाणा पुलिस खेलों में इनाम जीते हैं 

दूसरी ओर कांकरोल आईएमटी मानेसर के धीरज बताते है की उसकी साढ़े आठ साल की घोड़ी रानी व आठ माह की बेटी टम्मों भी मेले में ऊँची कूद और करतब के लिए काफी मशहूर है। 

भिवानी में चल रहे इस मेले का कार्यक्रम तीन दिन का निर्धारित किया गया है। जो 25 से 28 फरवरी तक होने वाला है। 

बिना आवेदन नहीं होगी आपके पशु की एंट्री पहले ही जान ले ये बातें

भिवानी में होने वाले पशु मेले के लिए कैसे करवाएं अपने पशुओं एंट्री, क्या क्या है जरूरी.........

जैसा की आप सबको पता है की हरियाणे के जिला भिवानी में लगने जा रहा है राज्य का बहोत बड़ा पशु मेला। जिसमें दूर दूर से किसान और पशुपालक अपने अपने पशुओं को लेकर आएँगे। 
   
आपको बता दें की हरियाणा के कुरुक्षेत्र के बाद अब भिवानी में भी अब पशु मेले का आयोजन होने जा रहा है। यह मेला 25 फरवरी से 27 फरवरी तक भिवानी के सेक्टर 13 के सामने खाली पड़े मैदान में लगेगा। इस मेले में कुल 12 प्रजातियों को शामिल किया गया है जो इस प्रकार हैं गाय, भैस, बैल, खागड़, भेड़, बकरी, मेंढे, ऊट, घोड़े, सूअर, और गधे।
सभी किसान भाई और पशुपालक अपने अपने पशुओं को लेकर प्रदर्शनी में शामिल हो सकतें हैं। पशुओं को मेले में शामिल करने के लिए पहले ऑनलाइन आवेदन करवाना अनिवार्य होगा नहीं तो पशुओं का प्रवेश वर्जित हैं।
 

कैसे करवाए पशुओं का आवेदन??  

इस मेले के हाइर ऑथोरिटी  डायरेक्टर ने बताया की पशुओं का ऑनलाइन पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। उन्होंने बताया की "यह आवेदन हमारे पशु चिकित्सकों के स्तर पर होगा, चिकित्सक जो फॉर्म भरेंगे वो हमारे पास भेज देंगे और हम उनका ऑनलाइन आवेदन कर देंगें।" साथ ही उन्होंने बताया की 24 तारीख तक पशु मेले के स्थान पर पहुंच जाने चाहिए ताकि सभी पशुओं को उनके नंबर दे दिए जाए जिसके बाद वो इन नंबरों से ही जाने जाएंगे।
 

किस पशु चिकित्सक से करवाए आवेदन??

यह आवेदन आप अपने इलाके के किसी भी वीएलडीए सर्जन से करवा सकते हैं। जिसके बाद वो आपके आवेदन को ऑनलाइन माध्यम से हेडक्वाटर पंचकूला भेज देगा। ताकि आगे का पंजीकरण हो सके।

पंजीकरण के बाद मेले में कैसे ले पशुओं के नंबर?? 

जब आप पशुओं को लेकर मेले में पहुंच जाएंगे तो वहा हर जिले के अलग अलग काउंटर बने होंगे। वहाँ आप अपने जिले वाले काउंटर पर जाकर अपने पंजीकरण का फॉर्म दिखाकर नंबर ले सकते हैं। 

खेल खेल में रस्सी ने ली जान, और बन गई मौत की खिलौना 😯😱😨

खेल खेल में 11 वर्षीय बच्चे की गई जान, खेल की रस्सी बनी मौत का खिलौना


भिवानी के जाग्रति कॉलोनी के 11 वर्षीय किशोर की फांसी लगने से मौत.....



भिवानी:- मामला भिवानी के जागृत कॉलोनी क्षेत्र का है। एक 11 वर्षीय किशोर ने खेल खेल में छत पर लटकी रस्सी को अनजाने में गले में डाल लिया और रस्सी गई बन मौत की वजह। 

18 वर्षीय कमल अपने घर की छत पर बने कमरे में खेल रहा था। कमल अकेला ही खेल रहा था उस वक़्त छत पर कोई दूसरा बच्चा नहीं था। कमल ने खेल खेल में कमरे में टंगी रस्सी को अपने गले में डाल लिया और गले में  अटकने से कमल की मौत हो गई। जब काफी समय बाद घर वालों ने छत पर जाकर देखा तो कमल को लटका हुआ पाया। लेकिन तब तक बहोत देर हो चूकी थी। कमल को इस हालत में पाया देखकर परिजनों ने तुरंत पुलिस को खबर दी पुलिस ने आकर शव को उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

 
पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौप दिया। पुलिस के अनुसार कमल के बुआ के लड़के सचिन ने बताया की कमल चौथी कक्षा का विद्यार्थी था जिसकी फांसी से मौत हो गई। वह छत पर अकेला खेल रहा था उसके साथ कोई दूसरा नहीं था। 

मामले की जाँच कर रहे एचसी प्रदीप ने बताया की कमल 10-11 साल का लड़का था जिसका शव अपने घर के ऊपर वाले कमरे में फांसी से लटका मिला। कमल के पता के बयान में भी यही सामने आया है की छत पर लटक रही रस्सी ही मौत का कारण बनी है। इसके बाद इस इत्तेफाकिया मौत की जाँच शुरू कर दी गई।   

घर में खेल रहे बच्चों को यु ही न खेलने दे उन पर निगरानी रखे। हर जानलेवा चीज़ों को इनसे दूर रखें।🙏🙏 

"रात होते ही सुनाई देती थी गोलियों की आवाज़" दहसत में जी रहे भारतीयों के दर्द भरे बयां

यूक्रेन में रह रहे लगभग 20,000 भारतीयों वो वापिस भारत लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, मगलवार रात को एयर इंडिया की फ्लाइट से वापिस आए 242 भारतीयों ने अपने दर्द को बयां किया  


जैसा की अभी के हालतों से सभी परिचित है की यूक्रेन और रूस के बीच कैसे हालत है। इन सभी हालातों को मध्य नज़र रखते हुए भारत सरकार ने यूक्रेन में रह रहे सभी भारतीयों से गुज़ारिस की है की वो जल्दी से जल्दी यूक्रेन से भारत लौट आएं। इन सब के चलते मगलवार रात को एयर इंडिया की फ्लाइट के जरिये 242 भारतियों को भारत सुरक्षित वापिस लाया गया। इन सभी में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा देखने को मिली। 


आने वाले भारतीयों के दर्द भरे बयान:-


यूक्रैन से लौटने पर सभी भारतीयों ने दिए बयान, सभी के बयानों में दर्द साफ़ नज़र आ रहा था........ 

आने वाले 242 छात्रों में ज्यादातर छात्र मेडिकल की पढाई कर रहे थे। बढ़ते तनावों की वजह से छात्रों की पढाई और उनके सपनों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है।

भारी मात्रा में सैनिक और वॉर टैंक पहुंच रहे सीमाओं पर........   

मेडिकल की पढाई कर रही तनवी पश्चिमी यूक्रेन में रहती है। उनका कहना है की अभी पश्चिमी यूक्रेन में हालत इतने ख़राब नहीं है लेकिन उत्तरी यूक्रेन में हालत बहोत ख़राब है। अभी हालत सुधरने की कोई उम्मीद नज़र नहीं आ रही। तनवी पिछले 2 साल से यूक्रेन में मेडिकल की पढाई कर रही है। तनवी से मिली जानकारी के मुताबिक रूस ने भरी मात्रा में यूक्रेन की सिमा पर हथियार टैंक और बारूद की सप्लाई सुरु कर रखी है। लगभग यूक्रेन की सभी सीमाओं पर रूस के सैनिकों की टुकडिया तैनात है।

रात के सन्नाटे में सुनाई देती थी गोलिओं की आवाज़..........

साक्षी (20 वर्षीय) दिल्ली से मेडिकल की पढाई करने गई थी यूक्रेन। उनका कहना है की यूक्रेन में हालत बहोत चिंताजनक हो चुके है, दिन रात पुलिस पेट्रोलियम करती रहती है। रात के सन्नाटे में गोलियों की आवाज़ बिलकुल स्पस्ट रूप से कानो में पड़ती थी जिनसे वह बहोत सहम जाती टी और इन सब के चलते ही उन्होंने भारत वापिस लौटने का फैसला किया। भारत आने पर उन्होंने सुकून की साँस ली और कहा की भारत आने पर मानों एक नया जीवन मिल गया हो।





छात्रों के सपने हुए चकनाचूर..........

युद्ध से हमेशा नुकसान ही हुआ है चाहे वो नुकसान किसी भी रूप में हो। यूक्रेन रूस में बढे तनाव के कारण यूक्रेन में पढ़ रहे छात्रों के सपने चकनाचूर होते दिखाई दे रहे है। मेडिकल का ही एक और छात्र रियांस (18 वर्षीय) का कहना है की वह यूक्रेन में डॉक्टर बनने का सपना लेकर गए थे उनके माता पिता ने बहोत ही कष्ट से एक एक पैसा जोड़कर उन्हें यूक्रेन भेजा था। लेकिन अपने सपने को अधूरा छोड़कर आना पड़ेगा इसकी उम्मीद नहीं की थी।

सभी भारतीयों में दहसत का माहौल........... 

हरियाणा के सोनीपत से डॉक्टर बनने सपना लेकर 6 महीने पहले गई निकिता कहती है की उन्होंने सोचा नहीं था की इतनी जल्दी वापिस आना पड़ेगा वो भी बिना सपना पूरा किये। उनके बयान के मुताबिक यूक्रेन में रह रहे सभी भारतीय जल्द जल्द वापिस आना चाहते है क्योकि वहा सब के अंदर दहसत का माहौल बना हुआ है।
 

कुछ लोगों ने हालातों को लेकर किया गया दावा गलत ठहराया..........   

यूक्रेन से आने वाले यात्रियों में से कुछ ने हालातों के बारे में किये गए दावों को गलत बताते हुए कहा की अभी इतने ख़राब हालत नहीं है जितने की टीवी पर दिखाए जा रहे हैं लेकिन हालात बिगड़ने की पूरी आशंका है। 

सभी लौटने वाले यात्रिओं के बयान से यह पता चला है की दोनों देशों के बिच हालत सही नहीं है और युद्ध के बदल छाए हुए है। आपको बता दे की यूक्रेन में भारतीय मूल के 20,000 से अधिक नागरिक रहते है। सबको अभी वहा से निकालने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।




               

25 साल पुराने केस की हुई सुनवाई, दोसी को मिली सजा, 1996 का केस, 2022 में सुनवाई

1996 का चारा घोटाला देश के सबसे बड़े घोटालों में से एक है, और इस पर अभी तक कार्यवाही चल रही है, जिसका फैसला 2022 में हुआ और दोषी को मिली सजा..... 

आज हम बात करेंगे इन विषयों पर:-  

क्या है चारा घोटाला??

कब हुआ यह घोटाला??

कितने का हुआ था घोटाला?? 

कौन कौन था घोटाले में शामिल?? 

कब कब हुई इस पर कार्यवाही?? 

इस केस से जुड़े मुख्य पहलु??

आपको बता दें की सन्न 1996 में भारत में बहोत बड़े पैमाने पर घोटाल हुआ था, जिसे चारा घोटाला के नाम से जाना जाता है। 


क्या है चारा घोटाला??  

पशुओं को चारा देने के नाम पर, उनकी दवाईयों के नाम पर सरकारी ख़ज़ाने से 950 करोड़ की धनराशि निकाल ली गई। इस राशि का प्रयोग जहाँ करना था वहाँ न करके अधिकारीयों और कर्मचारियों ने अपनी जेब भर ली। जब पशुपालन विभाग में चाईबासा के उपायुक्त अमित खरे ने छापेमारी की तो यह घोटाला सामने आया। 

कब हुआ यह घोटाला?? 

अगर हम बात करें  घोटाले के घटित होने के समय की तो यह मामला 1996 में प्रकाश में आया था। उसके बाद से ही इस केस की कार्यवाही चल रही है।

कितने का हुआ था घोटाला??

इस घोटाले की कुल कीमत 950 करोड़ रूपए आंकी गई है जिसमे अलग अलग कोषागारों का प्रयोग किया गया था। 

कौन कौन था घोटाले में शामिल??

अगर बात की जाए इस घोटाले में शामिल होने आरोपियों की तो आपको बता दें की बड़े  दिग्गज नेता और खूब बड़े बड़े अधिकारी भी शामिल थे। बता दें की इस मामलें में कुल 175 लोगों पर कार्यवाही के आदेश थे। जिनमे से 55 लोगों की मौत हो चुकी है 7 सरकारी गवाह बन चुके है और 2 ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया और 6 आरोपी फरार हैं। बड़े बड़े नेताओं की लिस्ट में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू पार्षद यादव, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, तत्कालीन लोक लेखा समिति के अध्यक्ष ध्रुव भगत, पशुपालन सचिव बेक जुलिअस,पशुपालन निदेशक डॉ के एम प्रसाद शामिल हैं। 

कब कब हुई इस केस पर कार्यवाही??

जनवरी 1996: छापेमारी की और घोटाला आया सामने 

मार्च 1996: उच्च न्यायलय ने सीबीआई को दिए जांच के आदेश 

जून 1997: सीबीआई द्वारा पहली बार लालू को आरोपी बताया गया 

जुलाई 1997: मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा(लालू यादव ने), अपनी पत्नी राबड़ी देवी को राज्य की मुख्यमंत्री बनाकर राजनीती अपने हाथ में ही रखी

अक्टूबर 2001: मामला झारखण्ड उच्च न्यायलय में पहुंचा(नया राज्य झारखण्ड बनने पर)

फरवरी 2002: सीबीआई अदालत ने चारा घोटाला मामले में सुनवाई शुरू कर दी

सितम्बर 2013: पहली बार लालूको पांच साल की सजा सुनाई, उन्हें लोकसभा सदस्यता से अयोग्य घोसित कर दिया,चाईबासा कोषागार मामले में 37.70 करोड़ की अवैध निकासी पर हुई सजा, परन्तु उसी साल सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी 

दिसम्बर 2017: सीबीआई अदालत ने देवघर कोषागार से 89.27 लाख रूपए की निकासी पर दूसरे घोटाले में दोषी ठहराया गया, उन्हें 3.5 साल की सजा सुनाई गई लेकिन आधी सजा पूरी  उन्हें जमानत दे दी गई

जनवरी 2018: 33.13 करोड़ रूपए की अवैध निकासी के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री को तीसरी सजा मिली जो पांच साल के लिए थी

मार्च 2018: सीबीआई की विशेष अदालत ने पार्षद को दिसम्बर 1995 से जनवरी 1996 तक दुमका किसागर से धोखाधड़ी से 3.76 करोड़ रूपए की निकासी से सम्बंधित घोटाला मामले में साज़िश और भ्र्ष्टाचार के आरोप के तहत दोषी ठहराया था। उन्हें जेल की सजा के साथ 60 लाख का जुर्माना भी भरने को कहा गया। 

अप्रैल 2021: झारखण्ड उच्च न्यायालय ने लालू को जमानत दे दी 

फरवरी 2022: डोरंडा केस के तहत लालू को 5 साल की सजा और 60 लाख का जुर्माना लगाया गया
 

इस केस से जुड़े मुख्य पहलु??

  • यह केस 1996 से चल रहा है 
  • इस केस को अमित खरे की छापेमारी में सिद्ध हुए घोटाले के बाद शुरू किया गया था 
  • इस केस में बड़े नेताओं से लेकर प्रतिष्ठित अधिकारी भी शामिल है 
  • इस केस में कुल 170 आरोपी थे जिनमे से 55 की मौत हो चुकी है, सात सरकारी गवाह बन चुके है और दो ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया, और छह अभी तक फरार हैं 
  • घोटाले की रकम 950 करोड़ रूपए आंकी गई है 

खालिस्तान समुदाय के 4 प्यादों🥷🥷को हरियाणा पुलिस👮👮ने किया गिरफ्तार🙏🙏

हरियाणा: खालिस्तान संगठन के चार आरोपी पकडे, चारों को कोर्ट में पेश, भेजा 8 दिन के रिमांड पर,

हरियाणा के सोनीपत में  आतंकी संगठन खालिस्तान के साथ मिलकर खालिस्तान के चार आरोपियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया, पुलिस के मुताबिक इनमे से तीन को जुआं गांव से और एक को सोनीपत से शाम को गिरफ्तार किया 


हरियाणा के सोनीपत से पुलिस ने खालिस्तान से जुड़े चार आतंकियों को पकड़ा। इन्हे पकड़ने के लिए पुलिस खालिस्तान से जुड़कर इनके बारे में पूरी जनकारी निकालकर इनको गिरफ्तार किया। जन्म से तीन को सोनीपत के जुआं गांव से और एक को देर शाम सोनीपत से गिरफ्तार किया गया। गिरफ़्तारी के बाद इन चारो को रविवार के दिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट ऐसीजेएम प्रिय गुप्ता की कोर्ट में पेश किया गया। जहा पर प्रिया गुप्ता के फैसले अनुसार इनको आठ दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। क्राइम ब्रांच की टीमें इनसे लगातार पूछताछ कर रही है। 

गिरफ़्तारी के बाद सामने आया की ये सभी सोशल मीडिया की सहायता से खालिस्तान टाइगर फाॅर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के साथ जुड़े हुए थे। पुलिस के अनुसार इनके पास से एक एके-47 बन्दूक, 4 विदेशी पिस्तौल, एक देशी पिस्तौल और 56 जिन्दा कारतूस भी बरामद किये। पंजाब पुलिस और ख़ुफ़िया एंजेंसी द्वारा मिले आर्डर और खबर के आधार पर पुलिस ने इनको पकड़ा। 


मकसद:  

मिली जानकारी के अनुसार चारों पाकिस्तान, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में बैठे आतंकियों से संपर्क में थे। एसपी राहुल शर्मा ने बताया की पंजाब पुलिस और ख़ुफ़िया एजेंसीज ने जानकारी दी की सागर नाम का आतंकी देशद्रोही गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सोनीपत में रह रहा है। खबर मिलते ही सोनीपत में पुलिस ने कार्यवाही शुरू करके चारों आत्नकियों को धर दबोचा। इन आतंकियों का मकसद पंजाब में हिंसा का माहौल बनाने का था। इस कार्य को अंजाम देने के लिए ये खालिस्तान टाइगर फाॅर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेसन के साथ मिलकर टारगेटेड किलिंग को अंजाम दे रहे है। 


गिरफ़्तारी: 


एसपी से मिली जानकारी के मुताबिक इन्हे पकड़ने के लिए सीआईए-1 और साइबर सेल की टीम को लगाया गया था। शनिवार दोपहर बाद मोहना पुलिस न्यायालय से सर्च वारेंट लेकर गांव जुआं पहुंची। तब तक सीआईए-1 के प्रभारी इंस्पेक्टर बिजेन्दर सिंह पुलिस की एक टीम के साथ आंतंकितो को गांव जुआं में घेर चुके थे। वारंट मिलते ही पुलिस ने सागर के घर में घुसकर सबसे पहले सुनील उर्फ़ पहलवान को धर दबोचा, जिसके पास पुलिस को एक अमेरिका निर्मित पिस्तौल मिली। उसके बाद विदेशी पिस्तौल के साथ जतिन को पकड़ा।उसके बाद छत पर बने कमरे से सागर उर्फ़ बिन्नी को एक एके-47 और 56 जिन्दा कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया। सागर उर्फ़ बिन्नी पर पहले से भी मुकदमा चल रहा है यह एक शातिर अपराधी है।


सम्पर्क: 

छानबीन के दौरान सामने आया की इनके सीधे संपर्क आतंकी गुरजंट सिंह उर्फ़ जंटा (ऑस्ट्रेलिया), आतंकी लखवीर सिंह रोड़(पाकिस्तान) और आतंकी हरदीप सिंह निज्जर, आतंकी अर्शदीप सिंह डाला(कनाडा) से थे। अब इन आतंकियों को 8 दिन के लिए रिमांड पर रखने का आदेश मिला है, पुलिस इनसे लगातार जानकारी हाशिल करने की कोशिश कर रही है और पूछताछ जारी है। 


निष्कर्ष: 

आतंकी संघठन, विदेशी आतंकियों से संपर्क होने के कारण हरयाण  सोनीपत से 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया। जिनके पास पर्याप्त मात्रा में हथियार और कारतूस मिले। 8 दिन के रिमांड आर्डर मिलने पर पुलिस इनसे लगातार जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। 

भारत में पहली🤷‍♂️बार एक साथ 38 आरोपियों को फांसी दी जाएगी😮😯 जानिए कौन है ये आरोपी

      पहली बार एक साथ 38 आरोपियों को फांसी, यह सजा भारत की ऐतिहासिक सजा बन जाएगी!!!!

    1. कौन है ये आरोपी??

    2. किस अपराध की मिली इनको सजा??

    3. किसने सुनाई इनको साज़??

1. कौन हैं आरोपी??


आरोपीयों का सम्बन्ध आतंकी संघठन इंडियन मुजाहिदीन से है। इन आरोपियों की कुल संख्या 49 थी। इन आरोपियों का काम दुनिया की शांति भंग करना होता है। 
अब आप समझ ही गए होंगे की आरोपी आतंवादी थे।  

 2. किस अपराध की मिली इनको सजा??

 

        इन आरोपियों को नरसंहार के आरोप में सजा मिली। दरअशल बात है 2008 की आज से 14 साल पहले की जब कुछ आतंवादिओं ने भारत के गुजरात के अहमदाबाद में एक साथ एक के बाद एक 21 ब्लास्ट किये। 
        इस हमले में बहोत से निर्दोषों की जान चली गई और बहोत सारे बुरी तरह जख्मी हुए। यह हमला 26 जुलाई 2008 को हुआ और ठीक एक दिन पहले 9 ब्लास्ट बैंगलोर में भी किये गए। इस हमले के दौरान भी काफी नुकसान हुआ, जानें भी गई और आर्थिक नुकसान भी सहन करना पड़ा। 
        अहमदाबाद में हुए हमले में 56 लोगों की जान गई और 200 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हुए। इस हमले के आरोपी आतंकी संघठन इंडियन मुजाहिदीन से सम्बंधित थे। आतंकियों का कहना है की यह हमला 2002 में गुजरात में हुए गोधरा दंगे का बदला लेने के लिए किया गया था। 
        अहमदाबाद में हुए हमले में ब्लास्ट टाइम बम के जरिये किये गए थे। ज्यादातर बम टिफ़िन में रखे गए थे, जिनका मुख्य निशाना था भीड़ भाड़ वाले बस अड्डे और 2 ब्लास्ट हॉस्पिटल में अगले दिन हुए जहा पहले दिन वाले ब्लास्ट से पीड़ित भर्ती थे। 

    3. किसने सुनाई इनको सजा??  

    
        दरअशल 78 आरोपियों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया था जिनमें से एक सरकारी गवाह बन गया। और इस तरह चलते चलते इस केस के 49 आरोपी पुख्ता आरोपी सिद्ध हुए। 
        अब इस केस को सुलझा दिया गया है और 49 आरोपियों में से 11 को जीवन के आखिरी साँस तक जेल में बंद रखा जाएगा और बचे हुए 38 को फांसी की सजा 18 फरवरी 2022 को A.R. Patel की अदालत में सुनाई गई। 
        अब 14 साल बाद उन निर्दोसो को इंसाफ मिला। 









5 Awesome, Amazing, and Funny Websites on internet that will surprise you😯😱😯

     इंटरनेट की इस दुनिया में वेबसाइट इतनी ज्यादा है की उनकी गिनती करना किसी सिर दर्द से कम नहीं। इन सभी वेबसाइट किसी न किसी उद्देश्य के लिए बनाई जाती है लेकिन कुछ ऐसी वेबसाइट भी इंटरनेट पर मौजूद हैं, जिनको प्रयोग करके आप हैरान रह जाएंगे और मजा भी आएगा। तो चलिए आपको बता दे उन 5 वेबसाइट के नाम और खासियत। 

5 मजेदार वेबसाइट>>>

  1. Geo Gusser:-
  2. Inner Body:-
  3. Photopea:-
  4. FlightRadar24:-
  5. Flag Waver:-

Geo Gusser>>

इंटरनेट की दुनिया में अगर आपके पास टाइम पास करने के लिए कुछ नहीं है तो आप इस वेबसाइट को इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इस पर काम करके आपने मनोरंजन ही नहीं बल्कि कुछ नया भी सीखेंगे।

इस वेबसाइट का प्रयोग बिलकुल सिंपल और एक दम फ्री है। यहाँ आपको कोई पैसे खर्च नहीं करने पड़ते। 
यह वेबसाइट आपको मैप में किसी भी गली, नुकड़, मोहल्ला, शहर, आदि में छोड़ देगा आपको वहा घूम कर इधर उधर देखकर जगह की पहचान करके मैप पर नीसान लगाना है। इस वेबसाइट की मदद से आप नयी नयी और मजेदार जगह पर घूम सकेंगे। यह वेबसाइट एक गेम की तरह है इसे खेलो, देखो, टाइम पास करो और दुनिया के बारे में सिखो।


Inner Body>>

आज के टाइम अगर कुछ सबसे ज्यादा जरुरी है तो वो है हमारा शरीर, हमारी सेहत। इन सब के रख रखाव के लिए यह जरूरी है की हमें हमारे शरीर के बारे में पता हो।

इस वेबसाइट के जरिये हम हमारे पुरे शरीर के बारे में जान सकते है वो भी बिलकुल साफ सूंदर फोटो के साथ। हर एक जोड़ और ग्रंथि के बारे में जानने के लिए यह वेबसाइट आपकी काफी मदद करेगी। 
अगर हमें शरीर में कोई दिक्क्त होती है तो हम घर पर भी उसका इलाज कर सकते है, लेकिन उसके लिए हमें उस दिक्क्त का और हमारे शरीर का पता होना जरूरी है। इस वेबसाइट की मदद से आप बहोत अच्छा ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। 


Photopea:-

आज के दिन सब चाहते हैं की उनकी फोटो सबसे हटके और सबसे सूंदर दिखे इसके लिए अच्छे कैमरे वाले फ़ोन लेते हैं एडिटिंग करते हैं लेकिन एडिटिंग के लिए हमें पैसे खर्च करने पड़ते हैं अप्प भरने पड़ते हैं  तब जाके कही हमारी फोटो सूंदर दिखती है। 


दोस्तों अगर आप भी चाहते है की आपकी फोटो अच्छे से एडिट हो जाए बिना किसी एक्स्ट्रा अप्प और पैसे के तो आप भी एक बार इस वेबसाइट को जरूर प्रयोग करें। यह वेबसाइट बिलकुल सुरक्षित और विश्वसनीय है। 

कंप्यूटर की मदद से फोटोशॉप जैसी एप्लीकेशन में होने वाली एडिटिंग माफिक आप इसमें भी अपनी फोटो एडिट कर सकते है। सभी विशेष्ताओँ से लैस यह वेबसाइट किसी भी सिस्टम में प्रयोग की जा सकती है। 


FlightRadar24:-

आज के दिन विज्ञान ने इतनी प्रगति कर ली है की हम घर पर बैठकर यह देख सकते है की कोन सी चीज़ कहा हलचल कर रही है, जैसे किसी इंसान की लाइव लोकेशन, किसी गाड़ी की लाइव लोकेशन, किसी ट्रैन की लाइव लोकेशन या फिर किसी की भी लाइव लोकेशन। 


लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाओगे की हम हवाईजहाज की लाइव लोकेशन पता कर सकते हैं। हवा में चलने वाली चीज़ की भी लाइव लोकेशन!! जी हाँ बिलकुल हम इस वेबसाइट के जरिये यह कार्य आसानी से कर सकते हैं। 
इस वेबसाइट को जरूर एक बार चेक करे और मज़े लें।


Flag Waver:-

आपने बहोत बार देखा होगा बड़ी बड़ी बिल्डिंग्स पर, ऊँचे ऊँचे झंडो पर किसी न किसी महान इंसान या किसी प्रसिद्ध इंसान की फोटो लगाई जाती है जिसे हम आमतौर पर बैनर भी कहते हैं। 

आप भी अगर किसी ऐसे ही बैनर पर या झंडे पर अपनी फोटो लगाना चाहते है तो अभी इस वेबसाइट पर जाए और अपनी मन मर्जी की फोटो का बैनर या झंडा बनाए। 

इस वेबसाइट में बहोत से फीचर्स देखने को मिलेंगे जैसे पीछे का स्काई बदलना हवा की गति को कम करना या हवा की गति को बदलना। इस वेबसाइट पर जाए और इसका जायजा लें। 


तो ये कुछ ऐसी वेबसाइट थी जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए। आपको इन वेबसाइट में सबसे अच्छी कोनसी लगी हमें कमेंट में जरूर बताए। और कोई सुझाव के लिए कमेंट करे और हमारे सोशल मीडिया चैनल पर संपर्क करें। ताकि Team Naren आपके लिए और अच्छी और सटीक जानकारी ला सके। 







 


 

 

  
 

 
 

फोटो एडिटिंग करने के लिए 5 मजेदार और एक दम फ्री ऍप्लिकेशन्स

दोस्तों आज के समय में फोटो एडिटिंग का क्रेज लोगो के सिर चढ़कर बोल रहा है। हर कोई चाहता है उसकी फोटो हर जगह (instagram, twitter, whatsapp, facebook, internet) बिलकुल सूंदर और सबसे हटके लगे। और इसी के चलते बहोत सी ऍप्लिकेशन्स का इस्तेमाल करके अपनी फोटो को सजाने और सवारने में लगे रहते है। 

लेकिन कुछ एप्लीकेशन ऐसी है जिनके बारे में सायद आप नहीं जानते होंगे। इन ऍप्लिकेशन्स का प्रयोग करके आप एक दम हटके फोटो एडिटिंग कर सकते है। 

5 फोटो एडिटिंग की फ्री ऍप्लिकेशन्स>>>


Faceapp:-

फोटो एडिटिंग करने के लिए यह एप्लीकेशन बहोत ही बेहतरीन और लाजवाब है। इस एप्लीकेशन प्रयोग करने के लिए हमें कोई अलग से चार्ज नहीं देने पड़ते यानि आपकी जेब से बिना एक भी पैसा खर्च किये आप बढ़िया सी फोटो एडिटिंग कर सकते हैं। 

यह एप्लीकेशन IOS और Android दोनों के लिए तैयार की गई है। इस एप्लीकेशन को बनाने वाली कंपनी का नाम वायरलेस लैब है। 


यह एप्लीकेशन हम बड़ी आसानी से और फ्री में गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते है। इस एप्लीकेशन के बारे में official jankari लेने के लिए इस पर क्लिक करें। 

Features:-

Make-up, Smiles, Hair Colors, Hairstyles, Glasses, Age, or Beards, Filters, Lens Blur, and Background Changing, along with Overlays Tattoos and Vignettes, also change the appearance of Male to Female or vice versa. 

Picsart:-

इस एप्लीकेशन की तो जितनी तारीफ की जाए उतना ही कम है। बिना किसी पैसे के और बिना किसी चार्ज के टॉप लेवल की एडिटिंग करना इस एप्लीकेशन से संभव है। 

यह एप्लीकेशन IOS और Androids दोनों के लिए बनाई गई है और इस एप्लीकेशन को डाउनलोड करना और प्रयोग करना दोनों ही बहोत आसान है। 

यह एप्लीकेशन एक प्राइवेट कंपनी के द्वारा बनाई गई है। इस एप्लीकेशन के खोजकर्ता है, Hovhannes Avoyan, Artavazad Mehrabyan, Mikayel Vardanyan हैं। 

Features:-

There are so many features of picsart are here some of the best features are Photo Editor, Pictures Effects, Video Editor, Collage Making, Sticker Maker+Free Stickers, Photo Effects with so many Filters, Drawing Tools, Replay and Picsart Gold. 


Snapseed:-

यह एप्लीकेशन अपने आप में ही एक अलग एप्लीकेशन है इस एप्लीकेशन में आपको अच्छी प्रोफेशनल एडिटिंग के लिए प्रयोग होने वाले सभी फीचर्स मिल जाएंगे। 

इस एप्लीकेशन का भी कोई चार्ज / एक भी पैसा आपकी जेब से नहीं लगने वाला क्योकि इसका प्रयोग बिलकुल फ्री है। 


इस एप्लीकेशन को बनाने का श्रेय Nik Software को जाता है लेकिन आज के दिन यह एप्लीकेशन गूगल द्वारा संचालित है और इस पर गूगल का ही अधिकार है। 


Features:-

This application contains so many fratures that are not possible to count here. This application is used world wide for photo editing and used by every professional editor. Because it is very easy to use and have multiple features, such as background change, expand the area of photo with smart transitive, lens blur, vignette, noir, glamour glow, etc. To know more features about this you can click here FEATURES 


Lightroom:-

 जिस प्रकार नाम से ही पता चल रहा है लाइट रूम मतलब आपकी फोटोज में चमक दाल देता है यह एप्लीकेशन। जैसा की आप जानते ही हो यहा आपका एक भी पैसा खर्च नहीं होगा और आप बेहतरीन तरीके की फोटो एडिटिंग बड़े ही आसानी से कर पाओगे। 

यह आप्लिकेशन भी बाकि ऍप्लिकेशन्स की तरह IOS और Androids के लिए त्यार की गई है। 

इस एप्लीकेशन के निर्माता कोई एक इंसान नहीं बल्कि पूरा एक सिस्टम है, जिसका नाम Adobe System है। 

Features:-

Like other applications this app also have major features. This application makes your photo bright and more HD. So it is very helpful for our editors team to increase the resolution of and photo. We can change the adjustment of our photo like brightness, contrast, smoothness, temperature, saturation, etc. There are so many features which are not possible to cover here.
  

Autodesk Sketchbook:-

यह एप्लीकेशन आमतौर पर ड्राइंग करने के लिए  जाती है लेकिन हम इसका प्रयोग फोटो एडिटिंग के लिए भी कर सकते हैं। 

इस एप्लीकेशन का प्रयोग मुख्य रूप हम फोटो पर ड्राइंग करने के लिए किया जाता है जैसे दाढ़ी का डिज़ाइन, बालो का डिज़ाइन इत्यादि। 

यह आप्लिकेशन भी बाकि सभी ऍप्लिकेशन्स की भांति प्रयोग की जा सकती है क्योकि इसे भी IOS और Androids के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह बिलकुल फ्री में प्रयोग की जाने वाली एप्लीकेशन है। 

Features:-

Like other application it is also used free of cost and there is not a single charge for this. We can use this mainly for drawing. But the main reason in behind the wide use of this application is smoothing and draw hair styles and beared styles of any photo. 






पंजाबी कलाकार दीप सिद्धू की कार दुर्घटना में दर्दनाक मौत

दीप सिद्धू ??



पंजाबी कलाकार दीप सिद्धू 

  • सिद्धू का जन्म 02 अप्रैल, 1984  को मुक्तसर, भारत में हुआ था। 
  • ये मूल रूप से मुंबई, महाराष्ट्र, भारत के निवासी थे। 
  • इनका मुख्य व्यवसाय अभिनय करना था इन्होने बहोत सी पंजाबी फिल्मों में अभिनेता के रूप में कार्य किया। 
  • इनकी प्रमुख फ़िल्में: रमता जोगी, रंग पंजाब, ज़ोरा 10 नम्बरिया इत्यादि। 

नहीं रहे दीप सिद्धू............

  • मंगलवार रात को सिद्धू की स्कॉर्पिओ कार कुंडली बॉर्डर के पास हादसे की शिकार हो गई। बताया जा रहा है की उस वक़्त उस गाडी में दीप सिद्धू के साथ उनकी गर्ल फ्रेंड भी मौजूद थी। गाड़ी की टक्कर सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से हुई थी। घटना के वक़्त सिद्धू  खुद गाडी चला रहे थे।  इसी कारन उनकी मौके पर ही मौत हो गई लेकिन उनकी गर्ल फ्रेंड जो दूसरी साइड बैठी थी, गंभीर रूप से घ्याल हो गई हैं।
  • पुलिस की मुताबिक जब हादसे के दौरान 22 टैरी ट्रक खड़ा नहीं था बल्कि केएमपी पर दौड़ रहा था। हादसा इतना जबरदस्त था की गाड़ी 20 से 25 मीटर तक घिसट गई थी और गाड़ी का आगे का हिस्सा पूरी तरह से ट्रक के अंदर घुस गया था। 
  • पुलिस को उनकी महिला मित्र से ज्यादा कुछ नहीं पता चला क्योंकी उस महिला का कहना है की जब हादसा हुआ तो इनकी आँख लग गई थी। पुलिस अभी इस मामले की तह तक पहुंचने की कोशिस क्र रही है। लेकिन अभी तक ऐसा कोई सबूत पुलिस को नहीं मिला है जिससे यह साबित हो की यह कोई हादसा नहीं बल्कि एक साजिस थी। 

हादसे से पहले......... 

  • हादसे से पहले सिद्धू अपनी महिला मित्र के साथ गरुग्राम के होटल ओबरॉय में ठहरे हुए थे। करीब शाम 7:30 बजे वो गुरुग्राम से निकलकर बादली टोल के बाद केएमपी का रस्ता पकड़ा और खरखौदा के पास पहुंचते ही हादसा हो गया। 
  • गाड़ी खुद सिद्धू जी चला रहे थे और पुलिस की मुताबिक गाडी स्कार्पियो, राजस्थान की थी। 

किसान आंदोलन की सुर्खियों में भी सिद्धू..........

  • किसान आंदोलन की दौरान सिद्धू ने सिंधु बॉर्डर पर अपना अलग मंच बना लिया था और उनके अधिकांश भाषण किसान से नहीं बल्कि भारतीय संविधान और राजनीती से जुड़े हुए थे। इसी करना किसानों ने उनको अपने से अलग कर लिया। 

लाल किले पर फहराया झंडा और दिया हिंसा की बढ़ावा 

     






किसान आंदोलन में सुर्खियों में आए दीप सिद्धू


आंदोलन में हिस्सा.........

 सबसे पहले तो सिद्धू किसान हित में सबके सामने आए, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने किसान नेताओ की फैसलों पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। उन्होंने किसानो से हटकर अपना एक अलग संगठन बना लिया। 

उनके अधिकांस भाषण किसान हित्त में या उनसे संबंधित होने की बजाए राजनीती और भारत के संविधान को लेकर होते थे। उनके इन्ही बयान और भाषण की वजह से किसानों ने अपने आप को उनसे अलग कर लिया।


लाल किले का मामला.........

किसानों के खिलाफ बोलने और उनसे हटके भाषण देने की बजह से उगराहां ग्रुप ने उन पर किसानों के आंदोलन की दिशा बदलने का आरोप लगाया।  उन्होंने मंच पर भाषण देने से भी रोक दिया गया। इसी कारण वहा तनातनी का माहौल बन गया। अब किसान और दीप सिद्धू के दो अलग अलग ग्रुप बन गए थे। 


दीप सिद्धू तो उस वक़्त ज्यादा सुर्खियों में आए जब उन्होंने लाल किले पर 26 जनवरी के दिन झंडा फहराया और उसे किसान एकता का प्रतीक बताया। 

मामला यह है की जब 26 जनवरी को ट्रेक्टर परेड होनी थी तो सिद्धू ने अपने ग्रुप को किसानों से अलग क्र लिया और लाल किले पर चढ़ गए। वह पहुंचने के बाद उन्होंने किले पर निशान साहिब और किसान के हरे पिले झंडे फहराकर किसान एकता को बढ़ावा देने के लिए नारेबाजी की। 


मामले के बाद सिद्धू का स्पस्टीकरण.........


लाल किले की घटना के बाद रात को ही सिद्धू ने फेसबुक लाइव की जरिये अपना स्पस्टीकरण किया और कहा की हमने किसी हिंसा को बढ़ावा देने का कार्य नहीं किया और न ही हमारे संघठन ने कोई झंडा उतरा। हमने बस किसान एकता को सुदृढ़ करने के लिए किसानो के हरे पिले झंडे और निशान साहिब का झंडा फहराया था। इसके बाद सिद्धू को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। 

 

 

लता मंगेशकर जी की याद में........

"लता मंगेशकर"

आज हम जानेंगे स्वर कोकिला के नाम से प्रसिद्ध कलाकार "लता मंगेशकर" जी के बारे में। 

जन्म:-

  • "लता मंगेशकर" जी का जन्म मराठी संगीतकार पंडीत दीनानाथ मंगेशकर के घर 28 दिसंबर 1929 को इंदौर, इंदौर रियासत, सेंट्रल इंडिया एजेंसी, ब्रितानी भारत (वर्तमान मध्यप्रदेश, भारत) में हुआ था। 
  • इनका बचपन का नाम हेमा था, इन्हे बचपन से संगीत में रूचि थी और इन्होने जो पांच भाई बहनों में सबसे बड़ी थी, 13 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था। 

राष्ट्रीयता:-

  • ये मूल रूप से भारतीय थी। 

प्रथम कार्य:-

  •  इन्होने सबसे पहले वसंत जोगलकर द्वारा निर्मित एक फिल्म कीर्ती हसाल के लिए गया था। 
  • लेकिन इनके पिता नहीं चाहते थी की ये फ़िल्मी दुनिया में कार्य करे। 
  • इसी के चलते इनके पिता ने उस फिल्म से वह गाना ही हटवा दिया। 

संघर्ष:-

  • जब लता जी 13 वर्ष की थी तो अचानक ही इनके पिता की मृत्यु हो जाती है। 
  • घर में पैसो की किल्लत भी बहोत ज्यादा होती है। 
  • लता जी को अभिनय करना पसंद नहीं था लेकिन पैसो की कमी के चलते उन्हें कुछ हिंदी और मराठी फिल्मों में काम करना पड़ा। 


फ़िल्में:-

  पहचान:- 

  • नूर जहाँ की खोज करने वाले उस्ताद गुलाम हैदर ने अपनी आने वाली फिल्म (1945 में) में लता को मौका दिया लेकिन उन्हें उस फिल्म में लता की तरफ से निराशा हाथ मिली। इस फिल्म में कामिनी कौशल मुख्य भूमिका निभा रही थी। 
  • 1947 में आई फील्म में वसंत जुगलकर ने अपनी फिल्म "आपकी सेवा में" में लता जी को गाने का मौका दिया। 
  • इस फिल्म के गानों की वजह से लता जी खूब चर्चा में आई। 
  • इसके बाद उन्होंने बहोत से गाने गए जैसे मजबूर फिल्म के गाने "अंग्रेजी छोरा चला गया" और "दिल मेरा तोडा है मुझे कही का न छोड़ा तेरे प्यार ने"
  • लेकिन लता ने अभी बहोत कुछ हासिल करना था और ऐसा करने का मौका उन्हें 1949 में मिला। उन्हें उस समय की चर्चित अभिनेत्री मधुबाला की फिल्म "महल" में "आएगा आनेवाला" गाना गाने का मोका मिला।
  • यह फिल्म लता जी और मधुबाला जी दोनों के लिए शुभ साबित हुई।

पुरुस्कार:-

  • फिल्म फेयर पुरस्कार:- 1958, 1962, 1965, 1969, 1993, और 1994 
  • राष्ट्रीय पुरस्कार:- 1972, 1975, 1990
  • महाराष्ट्र सरकार पुरस्कार:- 1966, 1967
  • पद्दम भूषण:- 1969 
  • दुनिया में सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज़ बुक रिकॉर्ड:- 1974
  • दादा साहेब फाल्के पुरस्कार:- 1989
  • फिल्म फेयर का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 1993
  • स्क्रीन का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 1996 
  • राजीव गाँधी पुरस्कार:- 1997 
  • एन.टी.आर. पुरस्कार:- 1999 
  • पदम् विभूषण:- 1999 
  • जी सिने का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 1999       
  • आई.आई.ए.एफ. का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 2000
  • स्टारडस्ट का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 2001
  • भारत रत्न:- 2001
  • नूरजहाँ पुरस्कार:- 2001
  • महाराष्ट्र भूषण:- 2001

रोचक तथ्य:-

  • लता मंगेशकर अभी तक 20 से अधिक भाषाओं में 30000 से अधिक गाने गए चुकी थी। 
  • अभी तक लता जी ही एक ऐसी जीवित व्यक्ति थी जिनके नाम से पुरस्कार दिए जाते थे। 
  • वे हमेशा नंगे पाँव ही गाना गाती थी। 
  • लता जी के द्वारा गाया गया पहला गाना मराठी फिल्म "किती हसाल" (कितना हसोगे?) (1942) का था। 
  • लता जी को सबसे ज्यादा प्रसिद्धि "महल" फिल्म के गाने "आएगा आने वाला" से मिली। 
  • लता जी के पिता दीनानाथ मंगेशकर जो लता जी को हमेशा फ़िल्मी जगत से दूर रखते थे खुद एक शास्त्रीय गायक थे। 
  • लता जी ने 1980 के बाद फिल्मो में गाना कम कर दिया और स्टेज शो पर अधिक ध्यान देने लगी। 
  • पारिवारिक परिस्थिति के चलते लता जी ने शादी नहीं की। 

अन्य नाम:-

  • स्वर-सम्राज्ञी
  • राष्ट्र की आवाज 
  • साहराब्दी की आवाज 
  • भारत कोकिला 
  • स्वर कोकिला 

मृत्यु:-

       


10 रहस्यमयी, रोचक, और अनसुने तथ्य

रोचक जानकारी>>>>

  • आपने बहोत से ऐसे लोगों के बारे में सुना होगा जो 100 साल से बड़े होकर मरे हैं, लेकिन क्या आपने ऐसा सुना है की एक इंसान 256 साल की आयु में मरे थें। अमेरिका के प्रसिद्ध अखबार "द न्यू यॉर्क टाइम्स" के अनुसार चीन के "Li Ching-Yuen"  धरती पर सबसे ज्यादा सालों तक जिन्दा रहने वाले व्यव्ति थे। जिनकी मृत्यु 1993 में 256 साल का होने के बाद हुई थी। 
  • दोस्तों आप अपनी जिंदगी में जरूर रोये होंगें। आपको ये बता दे की चाहें आप ज्यादा खुश हो या दुखी आपकी आखों से आंसूं जरूर आएँगे। लेकिन इसके पीछे एक बहुत चौकाने वाला तथ्य है। जब आज दुखी होकर रोतें है तो आपकी बाईं आँख से पहला आंसू आएगा और आगर आप किसी खुशी की वजह से रो रहे हैं तो पहला आंसू आपकी दाहिनी आँख से आएगा।


  • क्या आपको पता है की सबसे ज्यादा Heart Attack लोगों को सोमवार(Monday) के दिन आते हैं। जी हाँ दोस्तों आपने बिलकुल सही पढ़ा और इसके पीछे का कारण है ऐतवार(Sunday) के बाद काम का तनाव होता है। जो ऐतवार( Sunday) की छुट्टीआपके ख़ुशी की वजह होती है वही कभी कभी आपके दुःख का कारण भी बन जाता है। 
  • सोना कितनी कीमती धातु है यह तो आप सभी जानते हैं लेकिन क्या आप यह जानते है की इस धरती में कितना सोना है। आप जानकर हैरान हो जाएंगे की हमारी धरती के अंदर इतना सोना मौजूद है की हम पूरी धरती को डेढ़ फ़ीट की मोटाई में कवर कर सकते हैं। अगर आपको यह सोना मिल जाए तो आप क्या करोगे??
  • एक औसत व्यक्ति एक दिन में 550 लीटर शुद्ध ऑक्सीजन की खपत करता है। शुद्ध ऑक्सीजन के सिलिंडर बाजार में 2400 रुपए प्रति लीटर में बिकते है, इसका मतलब है की एक औसत व्यक्ति एक दिन में लगभग 13 लाख की शुद्ध ऑक्सीजन की खपत करता है। एक सवस्थ पेड़ सालाना लगभग 1000 लीटर ऑक्सीजन उत्पादित करता है यानी लगभग 24 लाख रुपए की ऑक्सीजन। दोस्तों अब तो आप पेड़ों की कीमत समझ ही गए होंगें। 
  • दोस्तों अगर आप बहोत ज्यादा खाने के शौकीन है तो आज से ही काम खाना शुरू कर दे, क्योंकि आपकी उम्र कम खाने वालो से कम हो जाएगी और उनसे पहले ही हमेशा के लिए खाना छोड़ देंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक जाँच के अनुसार कम खाने से आपकी उम्र बढ़ने की गति कम हो जाती है और आपकी उम्र लम्बी हो जाती है। 
  • आज हम जब भी कोई नया मोबाइल फ़ोन लेकर आते हैं तो सबसे पहले उसमे अपनी सेल्फी लेते हैं, क्या आपने कभी सोचा है की पहली सेल्फी कब और किसने ली थी? आइये हम आपको बताते है, दोस्तों सबसे पहली सेल्फी 1839 में "रोबर्ट कॉर्नेलियस" नाम के व्यक्ति ने ली थी। आपको यह जानकर हैरानी होगी की उस समय इस सेल्फी को लेने में पुरे 3 मिनट का समय लगा था। 
  • नमक से कभी गद्दारी नहीं करनी चाहिए!!! जी हाँ दोस्तों भले ही आज नमक की कीमत बहोत कम है। इस वजह से लोग इसे बर्बाद करने में तनिक भी संकोच नहीं करते। लेकिन आपको बता दे की प्राचीन रोम में नमक सबसे कीमती चीज़ मानी जाती थी जिस वजह से रोम सैनिको को वेतन के बदले नमक दिया  था।
  • संगीत सुनना प्राचीन समय से ही सबका शोक चला आ रहा है। लेकिन आपको संगीत के इस रोचक तथ्य का नहीं पता होगा, जब हम खुश होकर कोई गाना सुनते है तो हम उसकी धुन का आनंद लेते है, लेकिन जब आप दुखी होते हैं तो आप उस गाने के शब्दों को समझते हो। दोस्तों क्या आपको इससे पहले इस तथ्य के बारे में पता था??
  • अगर कोई इंसान दिन में बहुत ज्यादा सोता है तो यह जरूरी नहीं की वह आलसी है या फिर वह कोई काम नहीं करना चाहता। इंसान दिन में बहुत ज्यादा तब सोने लगता है जब वह किसी बात से परेशान हो या फिर वह किसी चिंता की वजह से अंदर ही अंदर घुट रहा हो। इसलिए ऐसे इंसान को कोसने की बजाए उससे उसकी चिंता का कारण जानने की कोशिश करें।