पहली बार एक साथ 38 आरोपियों को फांसी, यह सजा भारत की ऐतिहासिक सजा बन जाएगी!!!!
1. कौन है ये आरोपी??
2. किस अपराध की मिली इनको सजा??
3. किसने सुनाई इनको साज़??
1. कौन हैं आरोपी??
अब आप समझ ही गए होंगे की आरोपी आतंवादी थे।
2. किस अपराध की मिली इनको सजा??
इन आरोपियों को नरसंहार के आरोप में सजा मिली। दरअशल बात है 2008 की आज से 14 साल पहले की जब कुछ आतंवादिओं ने भारत के गुजरात के अहमदाबाद में एक साथ एक के बाद एक 21 ब्लास्ट किये।
इस हमले में बहोत से निर्दोषों की जान चली गई और बहोत सारे बुरी तरह जख्मी हुए। यह हमला 26 जुलाई 2008 को हुआ और ठीक एक दिन पहले 9 ब्लास्ट बैंगलोर में भी किये गए। इस हमले के दौरान भी काफी नुकसान हुआ, जानें भी गई और आर्थिक नुकसान भी सहन करना पड़ा।
अहमदाबाद में हुए हमले में 56 लोगों की जान गई और 200 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हुए। इस हमले के आरोपी आतंकी संघठन इंडियन मुजाहिदीन से सम्बंधित थे। आतंकियों का कहना है की यह हमला 2002 में गुजरात में हुए गोधरा दंगे का बदला लेने के लिए किया गया था।
अहमदाबाद में हुए हमले में ब्लास्ट टाइम बम के जरिये किये गए थे। ज्यादातर बम टिफ़िन में रखे गए थे, जिनका मुख्य निशाना था भीड़ भाड़ वाले बस अड्डे और 2 ब्लास्ट हॉस्पिटल में अगले दिन हुए जहा पहले दिन वाले ब्लास्ट से पीड़ित भर्ती थे।
3. किसने सुनाई इनको सजा??
दरअशल 78 आरोपियों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया था जिनमें से एक सरकारी गवाह बन गया। और इस तरह चलते चलते इस केस के 49 आरोपी पुख्ता आरोपी सिद्ध हुए।
अब इस केस को सुलझा दिया गया है और 49 आरोपियों में से 11 को जीवन के आखिरी साँस तक जेल में बंद रखा जाएगा और बचे हुए 38 को फांसी की सजा 18 फरवरी 2022 को A.R. Patel की अदालत में सुनाई गई।
अब 14 साल बाद उन निर्दोसो को इंसाफ मिला।
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