लता मंगेशकर जी की याद में........
"लता मंगेशकर"
आज हम जानेंगे स्वर कोकिला के नाम से प्रसिद्ध कलाकार "लता मंगेशकर" जी के बारे में।
जन्म:-
- "लता मंगेशकर" जी का जन्म मराठी संगीतकार पंडीत दीनानाथ मंगेशकर के घर 28 दिसंबर 1929 को इंदौर, इंदौर रियासत, सेंट्रल इंडिया एजेंसी, ब्रितानी भारत (वर्तमान मध्यप्रदेश, भारत) में हुआ था।
- इनका बचपन का नाम हेमा था, इन्हे बचपन से संगीत में रूचि थी और इन्होने जो पांच भाई बहनों में सबसे बड़ी थी, 13 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था।
राष्ट्रीयता:-
- इन्होने सबसे पहले वसंत जोगलकर द्वारा निर्मित एक फिल्म कीर्ती हसाल के लिए गया था।
- लेकिन इनके पिता नहीं चाहते थी की ये फ़िल्मी दुनिया में कार्य करे।
- इसी के चलते इनके पिता ने उस फिल्म से वह गाना ही हटवा दिया।
संघर्ष:-
- जब लता जी 13 वर्ष की थी तो अचानक ही इनके पिता की मृत्यु हो जाती है।
- घर में पैसो की किल्लत भी बहोत ज्यादा होती है।
- लता जी को अभिनय करना पसंद नहीं था लेकिन पैसो की कमी के चलते उन्हें कुछ हिंदी और मराठी फिल्मों में काम करना पड़ा।
फ़िल्में:-
पहचान:-
- नूर जहाँ की खोज करने वाले उस्ताद गुलाम हैदर ने अपनी आने वाली फिल्म (1945 में) में लता को मौका दिया लेकिन उन्हें उस फिल्म में लता की तरफ से निराशा हाथ मिली। इस फिल्म में कामिनी कौशल मुख्य भूमिका निभा रही थी।
- 1947 में आई फील्म में वसंत जुगलकर ने अपनी फिल्म "आपकी सेवा में" में लता जी को गाने का मौका दिया।
- इस फिल्म के गानों की वजह से लता जी खूब चर्चा में आई।
- इसके बाद उन्होंने बहोत से गाने गए जैसे मजबूर फिल्म के गाने "अंग्रेजी छोरा चला गया" और "दिल मेरा तोडा है मुझे कही का न छोड़ा तेरे प्यार ने"।
- लेकिन लता ने अभी बहोत कुछ हासिल करना था और ऐसा करने का मौका उन्हें 1949 में मिला। उन्हें उस समय की चर्चित अभिनेत्री मधुबाला की फिल्म "महल" में "आएगा आनेवाला" गाना गाने का मोका मिला।
- यह फिल्म लता जी और मधुबाला जी दोनों के लिए शुभ साबित हुई।
पुरुस्कार:-
- फिल्म फेयर पुरस्कार:- 1958, 1962, 1965, 1969, 1993, और 1994
- राष्ट्रीय पुरस्कार:- 1972, 1975, 1990
- महाराष्ट्र सरकार पुरस्कार:- 1966, 1967
- पद्दम भूषण:- 1969
- दुनिया में सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज़ बुक रिकॉर्ड:- 1974
- दादा साहेब फाल्के पुरस्कार:- 1989
- फिल्म फेयर का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 1993
- स्क्रीन का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 1996
- राजीव गाँधी पुरस्कार:- 1997
- एन.टी.आर. पुरस्कार:- 1999
- पदम् विभूषण:- 1999
- जी सिने का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 1999
- आई.आई.ए.एफ. का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 2000
- स्टारडस्ट का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार:- 2001
- भारत रत्न:- 2001
- नूरजहाँ पुरस्कार:- 2001
- महाराष्ट्र भूषण:- 2001
रोचक तथ्य:-
- लता मंगेशकर अभी तक 20 से अधिक भाषाओं में 30000 से अधिक गाने गए चुकी थी।
- अभी तक लता जी ही एक ऐसी जीवित व्यक्ति थी जिनके नाम से पुरस्कार दिए जाते थे।
- वे हमेशा नंगे पाँव ही गाना गाती थी।
- लता जी के द्वारा गाया गया पहला गाना मराठी फिल्म "किती हसाल" (कितना हसोगे?) (1942) का था।
- लता जी को सबसे ज्यादा प्रसिद्धि "महल" फिल्म के गाने "आएगा आने वाला" से मिली।
- लता जी के पिता दीनानाथ मंगेशकर जो लता जी को हमेशा फ़िल्मी जगत से दूर रखते थे खुद एक शास्त्रीय गायक थे।
- लता जी ने 1980 के बाद फिल्मो में गाना कम कर दिया और स्टेज शो पर अधिक ध्यान देने लगी।
- पारिवारिक परिस्थिति के चलते लता जी ने शादी नहीं की।
अन्य नाम:-
- स्वर-सम्राज्ञी
- राष्ट्र की आवाज
- साहराब्दी की आवाज
- भारत कोकिला
- स्वर कोकिला
मृत्यु:-
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